सोरायसिस जाने क्या है ? सोरायसिस से छुटकारा ऐसे पाएं

Skin Psoriasis : Syntomps, cause , Treatments : कुछ लोग सोरायसिस से जूझ रहे होते हैं, जिन्हें काफी परेशानी होती है। यह आपकी त्वचा पर कहीं भी हो सकता है। सोरायसिस क्या है ? आज हम आपको सोरायसिस के लक्षण, कारण बताएंगे।  इसी के साथ ही   इसका आयुर्वेदिक,  होम्योपैथिक और एलोपैथिक इलाज की जानकारी भी आपको देने जा रहे हैं।

सोरायसिस क्या है ? ( What is Psoriasis )

सोरायसिस की फोटो

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Contents
सोरायसिस क्या है ? ( What is Psoriasis )सोरायसिस के लक्षण ( Syntomps of Psoriasis )सोरायसिस के लक्षण :इनके अलावा कुछ अन्य भी सोरायसिस के लक्षण हो सकते हैं जैसे-सोरायसिस के कारण ( Causes of Psoriasis ) सोरायसिस के प्रकार ( Types of Psoriasis )1. प्लेक सोरायसिस2. गटेट या चित्तीदार सोरायसिस3. इन्‍वर्स सोरायसिस4. पस्‍चुलर सोरायसिस5. एरि‍थ्रोडर्मिक सोरायसिस6. नेल सोरायसिस7. सोरियाटिक अर्थराइटिस8. लीवर सिरोसिससोरायसिस का इलाज  (Skin Psoriasis Treatments )सिरायसिस का एलोपैथी में इलाज (Skin Psoriasis Allopathic Treatment )संतुलित आहार (balanced diet)शराब के सेवन से बढ़ती है परेशानी हल्दी (Turmeric)तनाव (Stress )लाइट थेरेपी या फोटो थैरेपी (Light therapy or phototherapy )सोरायसिस का आयुर्वेदिक इलाज ( ayurvedic treatment of Psoriasis)पतंजलि में सोरायसिस ( Patanjali Psoriasis Medicine)सोरायसिस का होम्योपैथिक इलाज (Psoriasis Homeopathic Treatment )इन्हें भी पढें-

अगर आप किसी ऐसे त्वचा रोग से जूझ रहे हैं जिसमे आपकी त्वचा पर लाल चिकत्ते पड़ते हैं, खुजली होती है, त्वचा लाल होती है तो आपको सोरायसिस यानी छाल रोग की दिक्कत हो सकती है। आपको अच्छे त्वचा रोग विशेषज्ञ  (Best Dermatologist)  को दिखाना चाहिए।

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सोरायसिस के लक्षण ( Syntomps of Psoriasis )

विशेषज्ञों के अनुसार , सोरायसिस (Psoriasis) एक ऐसा त्वचा विकार ( skin disorder) है ,जिसमें खाल यानी त्वचा पर लाल, परतदार चकत्ते दिखाई देते हैं। यह एक संक्रामक रोग  ( infectious disease ) नहीं है। कहा जाता है कि अगर इस पर ध्यान ना दिया जाए तो यह एक बार बार होने वाली बीमारी है जो कि समय गुजरने के साथ -साथ बदतर होती जाती है। सोरायसिस को एक ऑटोइम्यून प्रतिक्रिया से दर्शाया जाता है।

सोरायसिस के लक्षण :

सोरायसिस के मुख्य लक्षण यही है कि शरीर के किसी भी हिस्से की त्वचा पर लाल चिकत्ते पड़ना (skin prpimples), ड्रायनेस (Skin dryness), खुजली ( Itching) ,सूजन जैसी परेशानी आपको हो सकती है।

इनके अलावा कुछ अन्य भी सोरायसिस के लक्षण हो सकते हैं जैसे-

  • ज्यादातर गैस की समस्या रहनाजी
  • मचलना , मतली,
  • शरीर में पानी इकट्ठा होना
  • कम हॉर्मोन बनना
    थकान, या भूख न लगना
  • त्वचा में सूजी नसों का जाल या पीली त्वचा और आंखें
  • वज़न घटना या वज़न बढ़ना

सोरायसिस के कारण ( Causes of Psoriasis )

सोरायसिस के कारण की बात करें तो आपके शरीर के इम्यून सिस्टम यानी रोग प्रतिरोधक प्रणाली की अनियमितताओं यानी गड़बड़ी को इसका अहम कारण माना जाता है। हमारी त्वचा पुरानी कोशिकाओं को बदलने के लिए और नई कोशिकाओं को बनाने में लगभग 28 दिनों का समय लेती है, लेकिन सोरायसिस से पीड़ित लोगों की त्वचा सिर्फ 4-5 दिनों में नई कोशिकाओं को बनाती है। जिस कारण पचा पर कोशिकाओं का जमना शुरू हो जाता है। और इसी के परिणाम स्वरूप त्वचा पर लाल, शुष्क और खुजली वाले पैच जैसे बन जाते हैं।

 

सोरायसिस के प्रकार ( Types of Psoriasis )

 

1. प्लेक सोरायसिस

प्लेक सोरायसिस के कारण 8-10 प्रतिशत लोगों में शरीर पर सिल्वर और सफेद रंग की लाइन बन जाती है। जिससे कोहनी, घुटने, स्कैल्प और पीठ मे नीचे होने वाला इससे लाल धब्बे और जलन का अनुभव होता है।

2. गटेट या चित्तीदार सोरायसिस

गटेट या चित्तीदार सोरायसिस, युवाओं में पाया जाने वाला ऐसा सोरायसिस है जो शरीर पर छोटे गुलाबी चित्ती जैसे उभर कर आती है। यह समस्या ज्यादातर बाजू, कोहनी और स्कैल्प पर होती है। इसमें तनाव, त्वचा में चोट जैसे निशान और दवाइयों का रिएक्शन हो सकता है।

3. इन्‍वर्स सोरायसिस

इसमेंबाइट रेड, स्मूथ, शाइनी और बिना लाइन के होते है। यह समस्या आर्मपिट्स, ग्रोइन और स्तन के नीचे होती है। यह परेशानी पसीने और रगड़ने की वजह से होती है।

4. पस्‍चुलर सोरायसिस

यह बड़ी उम्र के लोगों में होती है , जिसमें हाथों-पैरों में होनी वाली इस परेशानी के कारण बुखार, उल्टी और खुजली होती है।

5. एरि‍थ्रोडर्मिक सोरायसिस

यह एक गंभीर सोरायसिस है जिससे खुजली, हार्ट रेट बढ़ जाना और शरीर का तापमान कम या ज्यादा होने जैसी परेशानियां हो जाती है। यह इतना गंभीर होता है कि इस संक्रमित रोग का इलाज न करवाने पर निमोनिया भी हो सकता है।

6. नेल सोरायसिस

हाथों-पैरों के नाखूनों पर होने वाली नेल सोरायसिस अर्थराइटिस से पीड़ित लोगों में होती है। इसकी वजह से नाखून मे दर्द, नाखूनों के रंग में बदलाव, नाखूनों के अंदर चॉक जैसा तत्व भर जाता है। अधिकतर यह समस्या फंगल इंफेक्शन के कारण होती है।

7. सोरियाटिक अर्थराइटिस

यह समस्या,  बहुत समय तक 70 फीसदी लोगों में पाई जाती है। इसके कारण जोड़ो मे दर्द,  उंगलियों और टखनों मे सूजन आदि जैसी परेशानियों का सामना आपको करना पड़ सकता है । इस बीमारी का पूरा इलाज करने पर ही इससे छुटकारा पाया जा सकता है।

8. लीवर सिरोसिस

लीवर से जुड़ी यह एक क्रोनिक डिजीज है क्योंकि इसे होने में काफी लंबा वक्त लगता है , और इसकी शुरुआत लीवर में फैट जमा होने से होती है। जब liver में फैट यानि वसा जमा होने लगता है तो उसकी वजह से liver damage होना शुरू हो जाता है।

सोरायसिस का इलाज  (Skin Psoriasis Treatments )

 

यह एक स्किन डिसीज है। इसे नजरअंदाज बिल्कुल न करें। इसकी शुरूआत होने पर ही इलाज करवाएं।

शरीर पर जब भी लाल चकत्ते दिखें और खुजली भी हो रही है,  तो इसे अनदेखा न करें तुरंत डॉ से परामर्श कीजिये। हो सकता है यह सोरायसिस का संकेत हो। कई लोग इसे इंफेक्शन समझकर नजरअंदाज कर देते हैं, जिससे बीमारी कम होने के बजाय और बीमारी बढ़ जाती है।

सिरायसिस का एलोपैथी में इलाज (Skin Psoriasis Allopathic Treatment )

सिरोयसिस की फोटो

सिरायसिस के एलोपैथी में इलाज के लिए आपको एक अच्छे त्वचा रोग विशेषज्ञ की परामर्श के बाद दवाइयां लेनी चाहिए।
इसमें Liquid Allopathic Stelara 45 Mg Injection, Psoriasis ointment, Lavender soap, Rosemary soap, Aloe extract cream, Fish oil supplements , Essential oils के प्रयोग से इससे छुटकारा पाया जा सकता है।

किसी भी बचा रोग के लिए एलोपैथिक इलाज बहुत ज्यादा असरदार नहीं होते लेकिन हल्के लक्षणों के लिए घरेलू उपचार बहुत फायदेमंद हैं। इसीलिए आपको हम कुछ असरदार घरेलू उपचार  (home remedies) बताने जा रहे हैं।

संतुलित आहार (balanced diet)

 

संतुलित आहार (balanced diet) सोरायसिस के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकते हैं। नेशनल सोरायसिस फाउंडेशन के मुताबिक मछली का तेल, विटामिन डी ( Vitamin D), दूध (Milk) , एलोवेरा (Alovera), अंगूर (Grapes) जैसे पूरक आहार लेने से सोरायसिस को जड़ से खत्म किया जा सकता है।

इस त्वचा रोग से बचने के लिए जरूरी है कि अपनी त्वचा को शुष्क (dry ) बिल्कुल न होने दें। कोशिश कीजिए , कि घर या ऑफिस में ह्यमिडिफायर का use करें। संवेदनशील त्वचा ( sensitive skin ) वालों के लिए मॉइस्चराइजर ( Motioturizer ) त्वचा को कोमल रखने का बढिय़ा उपाय है।
भले ही सुगंधित साबुन ( Scented soap )और परफ्यूम (perfume) आपको अच्छे लगते हों, लेकिन इनमें मौजूद केमिकल ( chemical) और डाई (dye ) आपकी त्वचा में जलन पैदा कर सकते हैं। इनकी तेज सुगंध सोरायसिस के लक्षणों को भड़काने का काम करती है। इस रोग को त्वचा वाले लोग ऐसे साबुन और परफ्यूम use करने से बचें।

वहीं वैसे तो गर्म पानी ( Hot Water) आपकी त्वचा में खुजली पैदा कर सकता है, लेकिन गुनुगने पानी ( Warm Water ) में सेंधा नमक (rock salt) , दूध या जैतून का तेल (Olive oli) डालकर नहाने से सोरायसिस में होने वाली खुजली को कम करना बहुत आसान हो जाता है।

शराब के सेवन से बढ़ती है परेशानी 

सोरायसिस से सुरक्षा के लिए शराब (Alcohol) का सेवन न करना बेहतर इलाज है। अक्सर जो लोग हर हफ्ते पांच नॉनलाइट बीयर पीते हैं, उनमें सोरायसिस बढने की संभावना दोगुना हो जाती है। इसलिए डॉक्टर इस परेशानी से ग्रसित लोगों को शराब का सेवन रोकने की सलाह सबसे पहले देते हैं।

हल्दी (Turmeric)

त्वचा से जुड़ी किसी भी समस्या के लिए हल्दी असरदार है। यह बीमारी से होने वाली सूजन (Swelling) को कम कर देती है। इसे भोजन में डालकर या फिर टैबलेट या सप्लीमेंट
(Tablets & Supplement ) रूप में लिया जा सकता है। सोरायसिस होने की स्थिति में एफडीए ने इसकी खुराक प्रतिदिन 1.5 से 3.0 ग्राम तक लेने का सुझाव दिया है।

तनाव (Stress )

जितना संभव हो तनाव (Stress ) कम लें। इसके लिए योगा, ध्यान जैसे अभ्यास बहुत उपयोगी साबित होंगे।

लाइट थेरेपी या फोटो थैरेपी (Light therapy or phototherapy )

 

सिरोयसिस का लाइट थैरेपी से ट्रीटमेंट
सिरोयसिस का लाइट थैरेपी से ट्रीटमेंट

सिरोयासिस से छुटकारा पाने के लिए आप आधुनिक तकनीकी लाइट थैरेपी  (phototherapy) बेस्ट है। इस थैरेपी का प्रयोग मरीज को रोग से जल्दी छुटकारा दिलाने के लिए किया जाता है, जिसमें डॉक्टर द्वारा मरीज की त्वचा पर पैराबैंगनी किरणें डाली जाती हैं। यह लाइट स्किन सेल्स ( skin cells) की वृद्धि को धीमा करती है। ध्यान रहे कि लाइट थैरेपी हमेशा एक डॉक्टर की देखरेख में ही करवानी चाहिए।

सोरायसिस का आयुर्वेदिक इलाज ( ayurvedic treatment of Psoriasis)

पतंजलि में सोरायसिस का इलाज:  योग गुरु बाबा रामदेव के मुताबिक, स्किन शुष्क होना जाना या फिर किडनी और लिवर का फंक्शन सही ढंग से काम नहीं करने के कारण इस परेशानी का सामना करना पड़ता है। सोरायसिस में अधिक खुजली होती है। इसके कारण अधिक घाव हो जाते हैं। बाबा रामदेव ने इसके लिए लेप का राज बताया है। जिससे कुछ ही दिनों में लाभ मिल जाएगा।

योग गुरु बाबा रामदेव के मुताबिक , एलोवेरा , कच्ची हल्दी, नीम के पत्ते, कनेर, अपामार्ग, त्रिधारा, अमरतास को पीसकर अच्छे से पेस्ट बना लें। फिर इसके बाद इसमें मुल्तानी मिट्टी मिला लें। रोजाना सुबह-शाम इसे पेस्ट को 1-1 घंटा लगा लीजिए । कुछ दिनों में ही आपको फायदा मिल जाएगा।

पतंजलि में सोरायसिस ( Patanjali Psoriasis Medicine)

सोरायसिस के आयुर्वेदिक इलाज के लिए पतंजलि के उत्पाद भी बेहतर उपाय हैं। DIVYA KAYAKALP VATI EXTRA POWER और सोरायसिस के लिए तेल के रूप में KAYAKALP Oil उपयोगी हैं।

 

सोरायसिस का होम्योपैथिक इलाज (Psoriasis Homeopathic Treatment )

 

इसका होम्योपैथिक इलाज के लिए Homeopathy Medicine for Psoriasis के रूप में Reckeweg India
Dr. Reckeweg R65 और Healthmug German Homeo Care & Cure Psoriasis 561 का उपयोग कर सकते हैं।

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