देहरादून से दिल्ली का सफर आसान होने वाला है। महज ढाई घंटे में दून से दिल्ली में पहुँचा जा सकेगा। दिल्ली-हरिद्वार के बीच 5 से 2 घंटे तक कम हो जाएगा। दिल्ली-देहरादून इकोनामिक कॉरिडोर का निर्माण कार्य जल्द समाप्त करने के लिए काम जोर-शोर से चल रहा है। एलिवेटेड रोड का काम 80 प्रतिशत तक पूरा हो गया है। जिस पर मार्च 2024 तक यातायात के खुलने के लिए खुलने की उम्मीद है। आइए जानते है इस प्रोजेक्ट के रूट और खासियत के बारे में..
मिली जानकारी के अनुसार दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) की परियोजना के तहत ये कार्य किया जा रहा है। 6 लेन का यह कॉरिडोर दिल्ली और देहरादून की दूरी को 39 किलोमीटर कम कर देगा। यह दूरी वर्तमान में 249 किलोमीटर है। कॉरिडोर बनने से यह दूरी घटकर 210 किलोमीटर हो जाएगी। इसमें लगभग 18 किलोमीटर हिस्सा एलिवेटेड है।यह मार्ग दिल्ली को सहारनपुर के रास्ते देहरादून से जोड़ता है। इस परियोजना को पूरा करने के लिए काम युद्धस्तर पर चल रहा है। जल्द ही दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे के पूरा होने की संभावना है।
माना जा रहा है इस एक्सप्रेसवे के तैयार होने से जहां यात्रा का समय कम हो जाएगा तो वहीं जाम का झाम भी नहीं होगा। बताया जा रहा है कि दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे दिल्ली के अक्षरधाम से शुरू होता है। शास्त्री पार्क, खजूरी खास, मंडोला बागपत, खेकड़ा शामली, सहारनपुर होते हुए देहरादून तक पहुंचेगा। एक्सप्रेसवे का काम तीन चरणों में किया गया है। पहला सेक्शन अक्षरधाम और कुंडली पलवल एक्सप्रेसवे को जोड़ेगा। इस योजना के तहत पुरानी सड़क को पूरी तरह बंद कर दिया जाएगा, जिसपर वन्य जीव घूम सकेंगे। तो वहीं नई सड़क पर ट्रेफिक होगा।
बताया जा रहा है कि देहरादून से दिल्ली और पहाड़ों पर जाने के लिए ये मार्ग सबसे सुखद और आसान रहेगा। गाड़ियां ना केवल देहरादून बल्कि चकराता और उत्तरकाशी जिले में भी समय से पहले पहुंच जाएंगी। सड़क राजाजी नेशनल पार्क से होकर गुजरने वाले एशिया के सबसे लंबे (12 किमी) वाइल्डलाइफ कॉरिडोर के हिस्से में पड़ने वाली 340 मीटर लंबी डाटकाली सुरंग के दोनों सिरे सफलतापूर्वक खोली जा चुकी हैं।