देहरादून: उत्तराखंड द्वारा बीते 28 मार्च को नानकमत्ता गुरुद्वारा के बाबा तरसेम सिंह की हत्या करने वाले मुख्य आरोपी बदमाश अमरजीत उर्फ बिट्टू के साथ कल देर रात हरिद्वार में पुलिस की मुठभेड़ हुई। बताया जा रहा है कि पुलिस की जवाबी कार्यवाही में एक बदमाश को गोली लगी जबकि दूसरा बदमाश अंधेरे का फायदा उठाकर मौके से भाग गया जिसकी तलाश जारी है। घायल बदमाश को पुलिस द्वारा तुरंत सिविल अस्पताल रुड़की भिजवाया गया जहां डॉक्टर द्वारा उसको मृत घोषित कर दिया गया।
मिली जानकारी के अनुसार एसटीएफ टीम उत्तराखंड द्वारा एसएसपी हरिद्वार को उधम सिंह नगर के नानकमत्ता गुरुद्वारा के बाबा तरसेम सिंह की हत्या में वांछित ईनामी बदमाशों के सहारनपुर से हरिद्वार भगवानपुर कलियर होकर मुरादाबाद उत्तर प्रदेश जाने की गुप्त सूचना दी गई थी,जिस पर पूरे हरिद्वार जनपद में जगह-जगह एसटीएफ टीमों के साथ संयुक्त रूप से सघन चैकिंग अभियान चलाया जा रहा था। इसी दौरान रात लगभग 12:30 बजे मुखबिर की सटीक सूचना पर थाना भगवानपुर क्षेत्रांतर्गत गागलहेडी तिराहे में चैकिंग पॉइंट पर मोटरसाइकिल से आ रहे दो संदिग्ध बदमाशों को ड्यूटी पर मौजूद पुलिस टीम द्वारा रोकने का प्रयास किया गया तो दोनों बदमाश रोकने पर नहीं रुके और पुलिस टीम से बचते हुए तेजी से भगवानपुर से इमलीखेड़ा-कलियर की तरफ भागे ।
जिस पर कलियर संयुक्त पुलिस टीम द्वारा मार्ग में रोकने पर छंगा माजरी तिराहे से छंगा माजरी गांव की ओर मुड़ गए जहां कुछ दूरी पर तत्काल पुलिस टीमों द्वारा चौतरफा इन दोनों बदमाशों को घेर लिया गया। जिस पर इनके द्वारा पुनः हाईवे की तरफ जाने का प्रयास किया लेकिन पुलिस से घिर जाने पर इन बदमाशों द्वारा पुलिस टीम पर फायर किया गया । जिसमें एक की मौत हो गई । जबकि दूसरा घायल हो गया।
गौरतलब है कि अमरजीत सिंह(उम्र48) उर्फ बिट्टू पुत्र सुरेंद्र सिंह पता-फतेहगढ़ चूड़ियां रोड, नगलीभट्टा, अमृतसर, पंजाब कि 1 लाख का इनामी अपराधी होने की पुष्टी की। जो कि उधमसिंह नगर के नानकमत्ता गुरुद्वारे के बाबा तरसेम सिंह की हत्या में वांछित था। उक्त बदमाश अमरजीत द्वारा नानकमत्ता क्षेत्र में 28 मार्च को अपने साथी सरबजीत के साथ डेरा कार सेवा नानकमत्ता के प्रधान बाबा तरसेम के ऊपर रायफल से गोली चलाकर हत्या व बाबा के सेवादार को जान से मारने की मारने की कोशिश की गई थी।उक्त बदमाश अमरजीत पर विभिन्न धाराओं में मुकदमे दर्ज है।