गोपेश्वर.बुधवार जो सुबह पंचकेदार में चतुर्थ रुद्रनाथ धाम के कपाट शीतकाल लिए बंद कर इसके साथ ही बाबा की चल विग्रह उत्सव डोली भी अपने शीतकालीन पड़ाव गोपीनाथ मंदिर गोपेश्वर के लिए प्रस्थान कर दी गई है. अगले छह माह बाबा यहीं अपने भक्तों को दर्शन देंगे.
- Advertisement -
यह भी पढ़ें- उत्तराखंड के इस गांव में इंसान नहीं बल्कि सिर्फ रहती हैं जवानों की आत्माएं
- Advertisement -
चमोली जनपद में समुद्रतल से 11808 फीट की ऊंचाई पर स्थित चतुर्थ केदार रुद्रनाथ धाम की यात्रा सबसे दुर्गम मानी जाती है. यहां पहुंचने के लिए सगर गांव से 19 किमी की दूरी पैदल सफर तय करना पड़ता है. सगर जिला मुख्यालय गोपेश्वर से तीन किमी की दूरी पर स्थित है.
यह भी पढ़ें- समलैंगिक विवाह को मौलिक अधिकार देने पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला, जानिए क्या शादी कर सकेंगे एक ही जेंडर के लोग
रुद्रनाथ धाम के पुजारी पं.जनार्द्धन तिवारी ने जानकारी दी कि सुबह कपाट बंद होने के बाद बाबा की उत्सव डोली यात्रा रात्रि विश्राम के लिए मोली खर्क के लिए प्रस्थान की गई. 19 अक्टूबर को डोली सगर ग्राम होते हुए गंगोल गांव और 20 अक्टूबर को शीतकालीन गद्दी स्थल गोपीनाथ मंदिर पहुंचेगी. बताया कि सोमवार शाम हुई बर्फबारी के कारण रुद्रनाथ धाम में ठिठुरन काफी बढ़ गई है और तीर्थयात्री बर्फबारी का लुत्फ उठा रहे हैं.