रिपोर्ट-हिना आज़मी
देहरादून :अल्मोड़ा ,किच्छा नैनीताल ,उधम सिंह नगर और हरिद्वार ग्रामीण से चुनाव लड़ने वाले पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत इस बार नैनीताल की रामनगर विधानसभा सीट में चुनावी बिसात बिछाने वाले हैं।हरदा ने 4 दशक से ज्यादा के राजनीतिक करियर में उन्होंने कई उतार-चढ़ाव देखे। उनके सर जीत का ताज सजा तो वहीं सरकार गिराने का जिम्मा भी उन्ही के सर आया वहीं बार हरीश रावत को रामनगर सीट से चुनाव लड़ने का अवसर मिला है।
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माना जाता है कि हमेशा से ही नैनीताल की रामनगर विधानसभा सीट देशभर में सुर्ख़ियों में रही है। इसी सीट से कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी सदन में पंहुचते थे। रामनगर विधानसभा सीट की महत्वपूर्ण सीट मानी जाती है। यहां साल 2017 में भाजपा ने जीत दर्ज की थी।
2017 में भाजपा के दीवान सिंह बिष्ट ने रणजीत रावत को हराया था। उत्तराखंड राज्य बनने के बाद बनी रामनगर सीट में हुए अब तक के चार चुनावों में तीन बार कांग्रेस और एक बार भाजपा ने जीत दर्ज की। नैनीताल जनपद की रामनगर विधानसभा सीट राज्य की बेहद चर्चित सीटों में शुमार मानी जाती है।पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी की सीट होने के कारण इसका महत्व हमेशा से रहा है लेकिन इस समय यह सीट भारतीय जनता पार्टी के कब्जे में है। पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी इस सीट से जीतते रहे, उन्हें उत्तराखंड का विकास पुरुष कहा जाता रहा है। रामनगर विधानसभा सीट उत्तराखंड के नैनीताल जिले में आती है। साल 2012 में कांग्रेस की अमृता रावत ने भाजपा के दीवान सिंह को हराया था। रामनगर विधानसभा सीट पर 2017 में कुल मतदाता 101157 थे, जिनमें 57929 पुरुष मतदाता और 53128 महिला मतदाता शामिल थे।
इस बार मुकाबला पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और दीवान सिंह बिष्ट के बीच होने वाला है। इसलिए रामनगर सीट पर सबकी निगाहें टिकी रहेंगी।