क्या हुआ जब बस में बैठे उत्तराखंड के आईएएस अधिकारी और अधिकारी ,पढ़िए पूरी खबर

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रिपोर्ट-दीपिका गौड़

इन दिनो सोशल मीडिया पर उत्तराखंड के आईएएस अधिकारी सुर्खियों में बने हुए हैं । दरअसल, रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी मयूर दीक्षित अपनी सादगी को लेकर लोगों के दिलों में जगह बना चुके हैं इस बार भी उन्होंने एक अनोखी पहल की है।

जिला अधिकारी स्वयं और अन्य अधिकारियों के साथ बस में बैठकर दूरस्थ गांव में लगे शिविर में प्रतिभाग करने पहुंचे। इससे पहले सभी अधिकारी अपने अपने वाहनों द्वारा शिविर में पहुंचते थे। जिससे कि सरकारी पेट्रोल और डीजल की भारी मात्रा पर खपत होती थी। लेकिन अब से जिले में ऐसा नहीं होगा जहां भी जनता से जुड़ी जो समस्याएं होंगी एवं उन्हें सुनने के लिए शिविर में सभी अधिकारी एक ही बस में साथ में सफर करेंगे।

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जनता की समस्याओं को सुनने के लिए जनता दरबार का आयोजन किया जाता है जनता दरबार में आमतौर पर ऐसा देखा गया है कि कई अधिकारी तो पहुंचते ही नहीं है अगर कोई पहुंचते भी है तो समय से नहीं पहुंचते। इसलिए जिलाधिकारी ने यह निर्णय लिया है कि सभी अधिकारी एक साथ बस में सफर करके जनता की समस्या सुनने पहुंचेंगे। जिससे की पेट्रोल और डीजल की खपत में भी बचत होगी। उत्तराखंड में इस तरह की पहल पहली बार हुई है।

जमीन पर बैठकर स्कूली छात्रों के साथ जिलाधिकारी ने  भोजन किया

रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने उखीमठ विकास खंड के प्राथमिक विद्यालय पाली फाफंज में पहुंच कर विद्यालय का निरीक्षण किया एवं छात्रों के साथ बैठकर वहां वितरित मिड डे मील को ग्रहण किया व शैक्षिक गतिविधियों की भी जानकारी ली साथ ही साथ सभी शिक्षकों को अपने दायित्व का निर्वहन निष्ठा के साथ करने की जिम्मेदारी दी। जिलाधिकारी ने छात्रों की कॉपियों का निरीक्षण करते हुए उनकी हैंडराइटिंग से प्रभावित होकर छात्रों एवं शिक्षकों की प्रशंसा की।

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