Belly Fat : अक्सर लोग अपने बैली फैट यानी निकली तोंद से परेशान होते हैं । आज हम आपको
बैली फैट यानी तोंद को कम करने के आसान तरीके बताएंगे।
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सबसे पहले समझने की जरूरत है कि बैली फैट क्या है और इसके कारण क्या है ?
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बेली फैट को परिभाषित करें तो पसलियों के आस-पास की त्वचा 1 इंच से ज़्यादा खिंचने लगे तो हम इसे बेली फैट ( Belly Fat) या पेट की चर्बी कहते हैं , यह ठीक त्वचा के नीचे होती है। इसके अलावा यह चर्बी हमारे अंदरूनी अंगों, लीवर, पैंक्रियाज़ और आंतों के इर्द-गिर्द भी इकट्ठा होती है। बदलते हुए वक्त ने सब बदल दिया है। आज की जीवनशैली में लोग कंप्यूटर पर ज़्यादा काम करना पसंद करते है लेकिन लगातार बैठने वाली नोकरी हमारे लिए कई तरह की परेशानी खड़ी कर सकती है।
कई घंटो बैठने के कारण से हमारे पेट में धीरे-धीरे चर्बी जमा होने लगती है और हमारे पेट बढ़ता चला जाता है। वजन ज्यादा होने के कारण आपको तरह-तरह की गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। वहीं शरीर का वजन बढ़ने के साथ पेट की चर्बी भी तेजी से बढ़ने लगती है, जो न केवल शरीर के लुक को बिगाड़ देती है बल्कि इससे स्वास्थ्य के लिहाज से भी काफी खतरनाक माना जाता है। पेट की चर्बी जिसे बेली फैट भी कहा जाता है।
गौरतलब है कि हमारे शरीर में दो तरह के फैट होते हैं, पहला त्वचा ( Skin ) के नीचे की फैट जिसे सब्सटेंसियस फैट (subcutaneous fat) कहा जाता है और दूसरा होता है विसरल फैट (visceral fat)।
इस लिहाज से बैली फैट सब्सटेंसियस फैट है जो कि हमारे स्किन के भीतर बढ़ता है। ये फैट सबसे जल्दी और सबसे ज्यादा बढ़ता है। यह फैट बढ़ने के कारण लाइफस्टाइल, शारीरिक गतिविधि और डाइट से जुड़े होते हैं। आइए आपको बताते हैं कि पेट पर चर्बी बढ़ने के कारण और फिर जानेंगे कि इन कारणों से कैसे बचा जाए और इसे कम किया जाए।
स्ट्रेस से दूर रहें –
बैली फैट को कम करने के लिए इस प्रेस से दूर रहें : कई रिसर्च से पता चलता है कि तनाव ( stress ) के कारण अधिवृक्क ग्रंथियां प्रभावित होती हैं जिससे कोर्टिसोल हार्मोन बढ़ने लगता है जो पेट की चर्बी को बढ़ा सकती है। अध्ययन से पता चलता है कि हाई कोर्टिसोल का स्तर भूख बढ़ाने के साथ पेट के आसपास चर्बी को जमा करने लगता है। वहीं जिन व्यक्तियों की कमर पहले से ही बड़ी होती है, उनमें तनाव के कारण अधिक कोर्टिसोल का उत्पादन होता है, जिससे शरीर पर और भी गलत असर पड़ सकता है।
रोजाना व्यायाम करें –
बैली फैट को कम करने के लिए रोजाना व्यायाम करें : पेट में चर्बी जमा होना एक तरीका है जिससे आपका शरीर एनर्जी का भंडारण करता है जो आपकी मांसपेशियों और हड्डियों को एक आरामदेह पैडिंग देने का कार्य करता है। ये आपकी स्किन और आपकी मांसपेशियों के बीच नसों और ब्लड वेसेल्स के लिए एक रास्ते के रूप में काम करता है। इसके साथ ही यह अपने विशेष कनेक्टिंग टिश्यू के साथ डर्मिस को मांसपेशियों और हड्डियों से जोड़ता है। इसके साथ ही ये आपके बॉडी टेंमप्रेचर को कंट्रोल करने में भी मदद करता है क्योंकि यह चर्बी शरीर को इन्सुलेट करती है ।
बैली फैट को बढ़ाने में जेनेटिक कारण
कई लोगों का मोटापा जेनेटिक कारणों से भी होता है जिनकी फैमिली हिस्ट्री होती है जिसकी वजह से उनकी बैली पर फैट जमा हो जाता है। अगर आपके परिवार में आपके पेरेंट्स या दादा-दादी को बैली फैट की परेशानी है तो आपको भी यह होना स्वाभाविक है ।
खराब डाइट लेना
बैली फैट बढ़ाने में खराब डाइट होता है कारण: आपको यह जानना जरूरी है कि ट्रांस फैट, अस्वास्थ्यकर फैट होते हैं जो प्रसंस्कृत और तले हुए खाद्य पदार्थों में पाए जाते हैं। अक्सर लोग बाहर का तालाब होना और फास्ट फूड खाना पसंद करते हैं , यह पेट क्षेत्र में फैट जमा करते हैं और फैट के चयापचय को धीमा कर देते हैं।
वहीं लो फाइबर वाले डाइट मेटाबोलिज्म को भी स्लो कर देते हैं, जिससे कैलोरी बर्न करने में परेशानी होती है, इसलिए हाई फाइबर वाले फूड्स का ही सेवन करें।
कम चलना फिरना
कई लोग ज्यादा काम और मेहनत करने की इच्छुक नहीं होते हैं। उनमें सक्रियता नहीं होती है और वह ज्यादा चलते-फिरते नहीं हैं एक ही जगह बैठे रहते हैं । ऐसे लोगों का बैली फैट जल्दी बढ़ता है। इसके विपरीत जो लोग ज्यादा चलते हैं और मेहनत करते हैं उनके पसीना के जरिए से पेट की चर्बी पिघल जाती है।
एल्कोहल के सेवन से बढ़ता है बैली फैट
एल्कोहल यानी शराब , शुगर बढ़ाने का काम करती है। ऐसा इसलिए कि उसे हमारा शरीर शुगर के रूप में तोड़ता है, और फिर ये अतिरिक्त फैट में तब्दील हो जाती है। शराब की ये अतिरिक्त शुगर भी सूजन और पेट के मोटापे का कारण बन सकती है।
बैली फैट को कम करने के लिए अपनाए ये ट्रिक्स-
पर्याप्त नींद लेना
बैली फैट को कम करने के लिए और एक स्वस्थ डेली रूटीन के लिए पर्याप्त नींद लेना बहुत जरूरी है। कई शोधों से पता चलता है कि जो लोग पर्याप्त नींद नहीं लेते हैं, उनमें पेट की चर्बी सहित शरीर के वजन बढ़ने का बहुत खतरा होता है। करीब 68,000 से ज्यादा महिलाओं पर 16 साल तक किए गए अध्ययन में पाया गया कि जो ,लोग रात में 5 घंटे से कम सोते हैं, उनमें अन्य लोगों की तुलना में वजन बढ़ने की आशंका ज्यादा होती है।
एरोबिक व्यायाम का करें
बैली फैट को कम करने का एक बेहतर उपाय है एरोबिक व्यायाम , जो (कार्डियो) आपकी सेहत को बेहतर बनाने और कैलोरी बर्न करने में कारगर साबित हो सकते हैं। कई रिसर्च से पता चलता है कि पेट की चर्बी कम करने के लिए, इस तरह की एक्सरसाइज काफी फायदेमंद हो सकता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, शरीर को स्वस्थ और तमाम तरह की बीमारियों के खतरे से सुरक्षित रखने के लिए हफ्ते में 150 मिनट का व्यायाम जरूर करना चाहिए।
गुनगुना पानी पीएं (Drink Warm water)
बैली फैट को कम करने के लिए गुनगुना पानी पीना : डॉक्टर अबरार मुल्तानी के मुताबिक, जब भी आपको प्यास लगे तो हमेशा गुनगुना पानी पीने की कोशिश करें क्योंकि गुनगुना पानी मेटाबोलिज्म को एक्टिवेट करता है और वजन कम करने में मददगार है। इससे न सिर्फ बॉडी हाइड्रेट होती है, बल्कि पेट पर जमा अतिरिक्त चर्बी घट जाती है। पानी के अलावा फल और जूस का भी ज्यादा सेवन करें।
डाइट में कम कैलरी ले
बैली फैट कम करने के लिए कैलरी : डिनर में आप कम कैलोरी लें क्योंकि डॉक्टर अबरार मुल्तानी कहते हैं कि लंच में अपनी नियमित कैलोरी का 50 प्रतिशत सेवन करें, क्योंकि इस समय पाचन शक्ति मजबूत होती है जबकि डिनर में कम से कम कैलोरी लें और शाम 7 बजे से पहले ही रात का खाना खा लें। इससे बेली फैट नहीं बढ़ता है। इसके साथ ही रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट जैसे मिठाई, मीठे पेय और तैलीय खाद्य पदार्थों से दूरी बनाए।
बैली फैट कम करने के लिए व्यायाम
भुजंगासना करके से पेट की चर्बी को दूर किया जा सकता है। यह आसान पेट के रोगो को दूर करने के साथ-साथ हमारी शरीर की हड्डियो और मांसपेसियों को भी मजबूत बनाता है।
बालासन , भी पेट की चर्बी दूर करने में मददगार होता है।
ऐसे करें बालासन-
- बालासन करने के लिए दोनो हाथो को पीछे की तरफ से मोड़ लें।
- साँस लेते हुए, घुटने के बाल पर बैठिये
- अपने सर को नीचे की तरफ पुश कीजिये
नोट: यह योगासन उन महिलाओ को बिल्कुल भी नही करना चाहिए जो की गर्भवती है या फिर घुटने के दर्द से पीड़ित है।
बैली फैट को कम करने के लिए पाश्चिमोट्तनसन : यह आसान भी पेट की चर्बी को कम कर शरीर मे जमी अतिरिक्त वसा को कम करता है।
रस्सी कूदना
कई लोगों को बाहर इधर उधर जाने में परेशानी होती है, ऐसे लोग घर पर ही रस्सी कूद सकते हैं। रोजाना 20 से 30 मिनट तक रस्सी कूदने से आपका वजन कम होगा और बैली फैट भी खत्म हो जाएगा।
साइकिलिंग करना
बैली फैट को कम करने के लिए एक अच्छा तरीका है कि आप साइकिल चलाएं। साइकिलिंग करने के दौरान जब आपका शरीर मेहनत करेगा तो, पसीने के जरिए नुकसानदायक अपशिष्ट बाहर निकल जाते है। इसी के साथ ही आपके पैर भी मजबूत होंगे।
बैली फैट को कम करने के घरेलू उपाय Home remedies for weight loss –
मैथी के पानी का फायदा
बेली फैट को कम करने के लिए मैथी: मैथी को भूनकर इसका पाउडर बनाकर , सुबह खाली पेट पानी के साथ सेवन करें। इसके अलावा आप मेथी को रातभर पानी में भिगों दें और सुबह खाली पेट मेथी पानी पी लीजिए। इससे कुछ ही दिनों में बेली फैट कम हो जाएगा।
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